Tuesday 2 October 2018


ज़िन्दगी क्या है??

ज़िन्दगी वो है जिसे करके तुम्हें ख़ुशी मिले, सच्ची ख़ुशी। वो ख़ुशी किसी भी चीज़ में छुपी हो सकती है। अब ये ढूँढना तुम्हारा काम है क्योंकि महसूसना तुम्हें है कि क्या चीज़ तुम्हे ख़ुशी देती है।

जैसे किसी को टिमटिमाती लाइट्स, जगमगाहट पसन्द है, तो किसी को प्रकृति; किसी को बागबानी तो किसी को घूमना; किसी को दोस्तों संग मिलना- जुलना, तो किसी को शांत रहकर खुद के साथ वक़्त बिताना; कोई किताबों को देखकर भागता है तो किसी को किताबें खुद पास बुलाती है; कोई ऊन के फंदों में ज़िन्दगी ढूंढ लेता है, तो कोई शब्दों को बुन लेता है जी।

ज़िन्दगी तो आपके आसपास ही बिखरी पड़ी है, ढूंढेंगे तो मिल जाएंगी। बस जरूरत है उस तक अपनी पहुँच बनाकर उसे धप्पा करने की..  ;) 😊 💕 🎶🎵

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