प्यार तो बस प्यार होता है
ना कम ना ज्यादा होता है...
ना पूरा ना आधा होता है
प्यार तो बस प्यार होता है...!
ना रसम ना रिवायत होता है
ना शिकवा ना शिकायत होता है..
अपनेपन की कवायद होता है
खुदा की दी हुई नियामत होता है...
ना स्वार्थ ना उलहाना होता है
प्यारा सा ताना-बाना होता है...
हर दिल को गुनगुनाना होता है
रंगों से सराबोर तराना होता है...
ना बंधन ना जकडन होता है
खुले दिल की धड़कन होता है...
एकदूजे की ख़ुशी की तड़पन होता हैखुले दिल की धड़कन होता है...
दिल से दिल तक समर्पण होता है...
रिश्तों का आधार होता है
खुशियों का पारावार होता है..
अक्षर बेशक ये अधूरा होता है
पर अपने आप में पूरा होता है...
प्यार तो बस प्यार होता है..
ना कम ना ज्यादा होता है
ना पूरा ना आधा होता है
प्यार तो बस प्यार होता है...!!
©....Kavs"हिन्दुस्तानी"..!!
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